जिसको जितनी जरूरत थी उतना मेरे साथ चला ,मैं लेके चला था काफिला शाम होते अकेला मिला

जिसको जितनी जरूरत थी उतना मेरे साथ चला ,मैं लेके चला था काफिला शाम होते अकेला मिला 

जिसको जितनी जरूरत थी उतना मेरे साथ चला ,मैं लेके चला था काफिला शाम होते अकेला मिला


"जिसको जितनी जरूरत थी
 उतना मेरे साथ चला, 
मैं लेके चला था काफिला शाम 
होते अकेला मिला "