Motivation Hindi Pic
कितना भी समेट लो हाथों से फिसलता ज़रूर है
ये वक्त है दोस्तों बदलता ज़रूर है
"हाथों से कितना भी समेट लो, वक्त फिसलता जरूर है
यह दोस्तों बदलता जरूर है।"
"हाथों से सब कुछ समेटने की कोशिश करो
फिर भी वक्त फिसलता है और दोस्त बदलते हैं।"
"कितना भी समेटो हाथों से
वक्त हमेशा फिसलता रहता है और दोस्त बदलते हैं।"
"हाथों से कितनी भी कोशिश करो, वक्त फिसलता ही है
और दोस्तों का बदलना तो स्वाभाविक है।"
"फिसलता है वक्त हाथों से
और दोस्तों का बदलना भी अनिवार्य होता है।"
"हाथों से कितनी भी पकड़ कर लो
वक्त का फिसलना और दोस्तों का बदलना नहीं रुकता।"
"हाथों से सब कुछ समेटने की कोशिश में
फिर भी वक्त का फिसलना और दोस्तों का बदलना होता है।"
"कितना भी समेटो हाथों से
वक्त फिसलता है और दोस्त बदलते रहते हैं।"
"समेटने की कोशिश के बावजूद
वक्त का फिसलना और दोस्तों का बदलना नहीं रुकता।"
"हाथों से सब कुछ पकड़ने की कोशिश करो
लेकिन वक्त हमेशा फिसलता है और दोस्त बदलते हैं।