Barish Shayari Hindi || बारिश शायरी हिंदी
#BARISH-1
#BARISH-2
बारिश वाली मैंने उस से पुछा
क्या धुप मे बारिश होती है
ये सुन कर वो हँसने लगी
और हँसते हँसते रोने लगी
फिर धुप में बारिश होने लगी
#BARISH-3
आज भीगी है पलके किसी की याद मे
बादल भी सिमट गए है अपने आप मे
बारिश की बूँदे ऐसी गिरी है जमीन पर
मानो चाँद भी रोया हो उसकी याद मे
#BARISH-4

#BARISH-5
पहली बारिश का नशा ही कुछ अलग होता हैं
पलकों को छुते ही सीधा दिल पे असर होता हैं
महका महका सावन आज इस दिल को बहका रहा हैं
गुमसुम सी नजरों को आज ये प्यार करना सिखा रहा हैं
#BARISH-6

#BARISH-7
बरिश का यह मौसम कुछ याद दिलाता है
किसी के साथ होने का एहसास दिलाता है
फिजा भी सर्द है यादें भी ताज़ा हैं
यह मौसम किसी का प्यार दिल में जगाता है
#BARISH-8
Barish Shayari Hindi || बारिश शायरी हिंदी

#BARISH-9
रहने दो अब के तुम भी मुझे पढ ना सकोगे
बरसात में कागज की तरह भीग गया हु
#BARISH-10
#BARISH-11
मौसम है बारिश का और याद तुम्हारी आती है
बारिश के हर क़तरे से आवाज़ तुम्हारी आती है
#BARISH-12

#BARISH-13
कहीं फिसल न जाऊं तेरे ख्यालों में चलते चलते
अपनी यादों को रोको मेरे शहर में बारिश हो रही है
#BARISH-14

#BARISH-15
बारिश थी भीगी रात थी
बारिश थी भीगी रात थी
मैं भीगता रहा
क़दमों के तेरे सब निशान मैं खोजता रहा
#BARISH-16
Barish Shayari Hindi || बारिश शायरी हिंदी

#BARISH-17
मौसम था बेकरार तुम्हें सोचते रहे
कल रात बार बार तुम्हें सोचते रहे
बारिश हुई तो लग कर घर के दरवाजे से हम
चुप चाप बेकरार तुम्हें सोचते रहे
#BARISH-18

#BARISH-19
जब तेज़ हवायें चलती है
तो जान हमारी जाती है
मौसम है बारिश का और
याद तुम्हारी आती है
#BARISH-20

#BARISH-21
अर्ज़ किया है
मौसम है बरसात का
खट्टी-मीठी बात का
एक-दूजे से मुलाक़ात का
शुक्र है खुदा की इस सौगात का
#BARISH-22
खुद भी रोया
और मुझे भी रुला गया
ये बारिश का मौसम
मुझे उसकी याद दिला गया
#BARISH-23
कहीं फिसल ना जाओ ज़रा संभल के रहना
मौसम बारिश का भी है और मुहब्बत का भी
#BARISH-24
Barish Shayari Hindi || बारिश शायरी हिंदी
आज मौसम कितना खुश गंवार हो गया
ख़त्म सभी का इंतज़ार हो गया
बारिश की बूंदे गिरी इस तरह से
लगा जैसे आसमान को ज़मीन से प्यार हो गया
#BARISH-25
मेरे हिस्से की ज़मीन बंजर थी
मैं वाकिफ ना था
बे-सबब इलज़ाम मैं देता रहा बरसात को
#BARISH-26
जब जब आता है यह बरसात का मौसम
तेरी याद होती है साथ हरदम
इस मौसम में नहीं करेंगे याद तुझे यह सोचा है हमने
पर फिर सोचा की बारिश को कैसे रोक पाएंगे हम
#BARISH-27
बरसात की भीगी रातों में फिर कोई सुहानी याद आई
कुछ अपना जमाना याद आया कुछ उनकी जवानी याद आई
हम भूल चुके थे जिसने हमें दुनिया में अकेला छोर दिया
जब गौर किया तो एक सूरत जानी पहचानी याद आई
#BARISH-28
ज़रा ठहरो के बारिश है
यह थम जाए तो फिर जाना
किसी का तुझ को छु लेना
मुझे अच्छ नहीं लगता
#BARISH-29
ए बारिश ज़रा थम के बरस
जब मेरा यार आ जाए तो जम के बरस
पहले ना बरस की वो आ ना सके
फिर इतना बरस की वो जा ना सके
#BARISH-30
कुछ नशा तेरी बात का है
कुछ नशा धीमी बरसात का है
हमे तुम यूँही पागल मत समझो
यह दिल पर असर पहली मुलाकात का है
#BARISH-31
भीगी मौसम की भीगी शुरुवात
भीगी सी याद भूली हुई बात
वो भीगी सी आँखें वो भीगा हुआ साथ
मुबारक हो आपको आज की खुबसूरत बरसात
#BARISH-32
Barish Shayari Hindi || बारिश शायरी हिंदी
न जाने क्यू अभी आपकी याद आ गयी
मौसम क्या बदला बरसात भी आ गयी
मैंने छुकर देखा बूंदों को तो
हर बूंद में आपकी तस्वीर नज़र आ गयी
#BARISH-33
एक रोने से तू मिल जाए तो खुदा की कसम
इस धरती पे सावन की बरसात लगा दूं
#BARISH-34
बारिश की बूँदों में झलकती है तस्वीर उनकी
और हम उनसे मिलनें की चाहत में भीग जाते हैं
#BARISH-35
बरसात के मौसम तुम को याद करना आदत पुरानी है
अब की बरसात यह आदत बदल डालें ऐसा ख्याल आया है
फिर ख्याल आया के आदतें बदलने से बारिशें कहाँ रूकती है
#BARISH-36
पूछते हो ना मुझसे
तुम हमेशा की मे कितना प्यार करता हू तुम्हे
तो गिन लो बरसती हुई इन बूँदो को तुम
#BARISH-37
काश आप जिनको चाहते हो उनसे मुलाकात हो जाये
ज़ुबान से न सही आँखों से बात हो जाये
आप का हाथ उनके हाथ में हो
और रिमझिम सी बरसात हो जाये
#BARISH-38
मत पूछ कितनी मोहब्बत है मुझे उस से
बारिश की बूँद भी अगर
उसे छु ले तो दिल में आग लग जाती है
#BARISH-39
Barish Shayari Hindi || बारिश शायरी हिंदी
ख्यालो में वही, सपनो में वही
लेकिन उनकी यादो में हम थे ही नहीं
हम जागते रहे दुनिया सोती रही
एक बारिश ही थी, जो हमारे साथ रोती रही
#BARISH-40
मासूम मोहब्बत का बस इतना सा फ़साना है
कागज़ की कश्ती और बारिश का ज़माना है