Showing posts with label Suvichar Hindi. Show all posts
Showing posts with label Suvichar Hindi. Show all posts

Insaniyat dil me hoti hai haisiyat me nahi

Insaniyat dil me hoti hai haisiyat me nahi

some positive thoughts in hindi, attitude positive quotes in hindi, strong positive thoughts in hindi, positive good morning quotes hindi,


"इंसानियत दिल में होती है
हैसियत में नहीं 
उपरवाला कर्म देखता है 
वसीयत को नहीं
सुप्रभात"

"इंसानियत दिल में होती है, हैसियत में नहीं,
उपरवाला कर्म देखता है, वसीयत को नहीं,
सच्ची अच्छाई तो दिल से आती है,
और यही असली मूल्य है। सुप्रभात!"

"इंसानियत का मापदंड दिल में छुपा होता है,
हैसियत और धन में नहीं,
उपरवाला कर्म को तौलता है,
वसीयत की जाँच नहीं करता। सुप्रभात!"

"इंसानियत की पहचान दिल से होती है,
हैसियत और संपत्ति से नहीं,
उपरवाला कर्मों को देखता है,
वसीयत को नहीं समझता। सुप्रभात!"

"दिल की इंसानियत हैसियत से बड़ी होती है,
उपरवाला कर्मों को देखता है,
वसीयत और धन की नहीं,
असली मूल्य दिल की सच्चाई में है। सुप्रभात!"

"इंसानियत का आधार दिल में है,
हैसियत से नहीं,
उपरवाला सिर्फ कर्मों को मापता है,
वसीयत की चिंता नहीं करता। सुप्रभात!"

"इंसानियत की पहचान दिल से होती है,
ना कि धन और हैसियत से,
उपरवाला कर्मों को देखता है,
वसीयत का कोई महत्व नहीं है। सुप्रभात!"

"दिल की इंसानियत हर चीज से ऊपर होती है,
हैसियत में नहीं,
उपरवाला सिर्फ कर्मों को तौलता है,
वसीयत और संपत्ति की नहीं। सुप्रभात!"

"इंसानियत का माप दिल से होता है,
हैसियत और धन से नहीं,
उपरवाला केवल कर्मों को देखता है,
वसीयत की नहीं परवाह करता। सुप्रभात!"

"दिल की इंसानियत हैसियत से बड़ी है,
उपरवाला कर्मों को मापता है,
वसीयत की बात नहीं करता,
सच्चाई दिल में ही बसती है। सुप्रभात!"

"इंसानियत दिल में होती है, हैसियत में नहीं,
उपरवाला कर्मों को तौलता है,
वसीयत से ज्यादा महत्वपूर्ण है,
दिल की सच्चाई। सुप्रभात!"

Dainik Suvichar In Hindi || Suvichar Hindi

Dainik Suvichar In Hindi || Suvichar Hindi

Dainik Suvichar In Hindi || Suvichar Hindi

Dainik Suvichar In Hindi || Suvichar Hindi



"मौन किसी इंसान की कमज़ोरी नहीं
उसका बडप्पन होता है।
 वरना जिसको सहना आता है
उसको कहना भी आता है"


"जो व्यक्ति सत्य के लिए अड़ा हैं
 उसके साथ परमात्मा खड़ा हैं"


"कलम तभी साफ और अच्छा 
लिख पाती है 
जब वो थोड़ा झुक कर चलती है
वही हाल जिंदगी में इंसान का है"

Dainik Suvichar In Hindi || Suvichar Hindi



"ज़िंदा लोगों की चुग़लियाँ और 
मरे लोगों की तारीफ़ क्या फ़ितरत हैं 
दुनिया की"


"हमारा विश्वास पहाड़ को भी खिसका सकता है 
लेकिन हमारा शक पहाड़ खड़ा कर सकता है।"