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Mandi Quotes In Hindi || मंदी कोट्स हिंदी

Mandi Quotes In Hindi || मंदी कोट्स

 
"जगमग ख्वाहिशों की पोशीदा मंडी में 
दुनिया बड़ी शातिर है एहतियात से जिए 
यह सोच कर तन्हा रहे दुनिया की भीड़ में 
रोना न पड़े फिर अपने ही जज्बात के लिए"

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"भाव अच्छा लगा है जानब गुनाहगारों का
सियासत की मंडी में जिसके जितने गुनाह 
उसकी उतनी ही बड़ी सल्तनत"

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"जिसे वे अक्लमंदी समझते है
 वह उनके अक्ल की 'मंदी' है
लोगों की सोच दरअसल बड़ी गंदी है"


"चिरागें रौशन रखो
 इरादों में रखो बुलंदी
इस दिवाली खर्च करो
बाजार से जायेगी मंदी"


"सुनो वीरान उन वादियों में  गए हो कभी
चकाचौंध से परे रहे हो कभी"

"आफाक है आईना जहां और बादलों की छांव है
धरा पर स्वर्ग है वो जो मेरा गांव है"


"वो सुबह की सब्जी वाली मंडी
वो कुल्फी जमाने वाली ठण्डी"

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"वो काम भला क्या काम हुआ 
इंसान की नीयत ठंडी हो
वो इश्क़ भला क्या इश्क़
 हुआ कि जज़्बातों में मंदी हो"


"दुनिया की मण्डी में 
अगर ग़मों का सौदा होता
वही एक तरीका होता 
जब मैं भी रईसों का राईस होता"

"अब जो बाजार में रख्खें है तो हैरत क्या है
 जो भी देखेगा वो पूछेगा कीमत क्या है
ये जो मंदी का माहौल है गुजर जाने दो 
फिर पता तुझको चलेगा मेरी कीमत क्या है"



"हाथ तंग है लेकिन बेकार नहीं है 
मेरी जिंदगी कोई व्यापार नहीं है
मोहताज़ हूँ लेकिन इतना भी 
मैं नहीं की देख 
ना सकूँ  की आगे हार नहीं है"


"दिल की इस दुकान पे बैठे ऐसे साहूकार हैं 
हम तो परेशान हैं वो भी परेशान हैं "


"उनके लहजे में कुछ खाश़
 बुलन्दी आ गई है
लगता है शहर में मन्दी आ गई है "


"सोच अपना काम करती रैती हैं
लोग अच्छी सोच को काम कहा लाते हैं 
इस लिए गंदी सोच आगे बढ़ जाती हैं "

Mandi Quotes In Hindi || मंदी कोट्स हिंदी


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"मंदी के इस दौर मैं लोगों का 
ईमान भी बिक जाता है 
क़ीमत सही लगाने वाला चाहिए  
आजकल तो इंसान भी बिक जाता है" 



"किसी को दरकार है 
तो कोई दरकिनार कर रहा है
इंसान इस मंदी 
में प्यार का भी व्यापार कर रहा है"



"मैं भी गुजर रहा हूँ मंदी के दौर से
लेकिन अब तक कोई फरमान न आया
मेरे सरकार की ओर से"


"सूरतों की मंड़ी में सीरतों 
का क्या काम
रंग रोगन का दाम है 
इमारतों का क्या नाम"


"हसीन बादियो में 
यूँ फिदा हो गए
की अपने ही जमाल
 पर फिदा हो गए"

"जन्नत तो है 
ही इस जमीं पर सुंदरनगर
हिम् के आँचल में है 
तभी तो हिमाचल है"