वो दिल ही क्या जो किसी से वफ़ा ना करे,
तेरे बिना जिएं, खुदा भी ऐसा नहीं चाहे।
तेरी मोहब्बत हमेशा मेरी ज़िंदगी में रहेगी,
यह बात अलग है कि ज़िंदगी खुद वफ़ा ना कर सके।
वो दिल है ही नहीं जो वफ़ा से खाली रहे,
तेरे बिना जीना खुदा भी नहीं चाहे।
तेरी मोहब्बत मेरी ज़िंदगी का हिस्सा बनी रहेगी,
हालांकि ज़िंदगी खुद वफ़ा निभाने में नाकाम हो सकती है।
वो दिल क्या worth है जो वफ़ा न कर सके,
तेरे बिना जीने की दुआ खुदा भी न करे।
तेरी मोहब्बत मेरी ज़िंदगी की पहचान रहेगी,
पर ज़िंदगी वफ़ा निभाने में कमी कर सकती है।
वो दिल जो वफ़ा न करे, उसे दिल ही न मानूं,
तेरे बिना जीने की दुआ खुदा भी न करेगा।
तेरी मोहब्बत मेरी ज़िंदगी की धड़कन बनेगी,
यह और बात है कि ज़िंदगी खुद वफ़ा ना करे।
वो दिल क्या कोई है जो वफ़ा से अंजान हो,
तेरे बिना जीना खुदा की मर्जी नहीं हो सकती।
तेरी मोहब्बत मेरी ज़िंदगी का हिस्सा बनेगी,
ज़िंदगी खुद वफ़ा निभाने में सक्षम न हो, यही सच्चाई है।
वो दिल ही नहीं जो वफ़ा का पथ न अपनाए,
तेरे बिना जीना खुदा की मर्जी को न मानूं।
तेरी मोहब्बत मेरी ज़िंदगी की रहनुमाई करेगी,
मगर ज़िंदगी खुद वफ़ा निभाने में नाकाम हो सकती है।
वो दिल, जो वफ़ा न करे, उसे मैं दिल से न मानूं,
तेरे बिना जीना खुदा की इच्छा नहीं होगी।
तेरी मोहब्बत मेरी ज़िंदगी की धड़कन रहेगी,
हालांकि ज़िंदगी खुद वफ़ा निभाने में असमर्थ हो सकती है।
वो दिल क्या वफ़ा से अंजान हो, उसे दिल से न मानूं,
तेरे बिना जीना खुदा की भी न हो दुआ।
तेरी मोहब्बत मेरी ज़िंदगी का हिस्सा बनी रहेगी,
यह और बात है कि ज़िंदगी खुद वफ़ा निभाने में नाकाम हो सकती है।
वो दिल जो वफ़ा का मतलब न समझे, दिल ही नहीं है,
तेरे बिना जीने की दुआ खुदा भी न करेगा।
तेरी मोहब्बत मेरी ज़िंदगी का अमूल्य हिस्सा रहेगी,
ज़िंदगी खुद वफ़ा निभाने में नाकाम हो सकती है।
वो दिल क्या worth है जो वफ़ा का पथ न अपनाए,
तेरे बिना जीना खुदा की मर्जी को न मानूं।
तेरी मोहब्बत मेरी ज़िंदगी का अटूट हिस्सा बनेगी,
हालांकि ज़िंदगी वफ़ा निभाने में असमर्थ हो सकती है।