Love Shayari || Kab Tak Woh Mere Hone Se Inkaar Karega
Love Shayari || Kab Tak Woh Mere Hone Se Inkaar Karega
''Kab Tak Woh Mere Hone Se Inkaar Karega
Khud Toot Kar Wo Ek Din MujhSe Pyaar Karega
Pyar Ki Aag Mien Hum Usko itna Jala Denge
Ke Ijhaar Woh Mujhse Sare-Baajar Karega.''
Love Shayari || Kab Tak Woh Mere Hone Se Inkaar Karega
''कब तक वो मेरा होने से इंकार करेगा
खुद टूट कर वो एक दिन मुझसे प्यार करेगा
प्यार की आग में उसको इतना जला देंगे
कि इजहार वो मुझसे सरे-बाजार करेगा।''
"कब तक वो मेरा होने से इंकार करेगा,
खुद टूट कर एक दिन मुझसे प्यार करेगा,
प्यार की आग में इतना उसे जला देंगे,
कि सरे-बाज़ार वो इज़हार करेगा।"
"कब तक वो मेरे होने का इंकार करेगा,
एक दिन खुद ही टूट कर मुझसे प्यार करेगा,
प्यार की आग में उसे इस कदर झुला देंगे,
कि सरे-बाज़ार इज़हार वो बेझिझक करेगा।"
"कब तक वो मेरा होने से मुँह मोड़ेगा,
खुद टूट कर एक दिन मुझसे प्यार करेगा,
प्यार की ज्वाला में इतना उसे तपाएंगे,
कि सरे-बाज़ार इज़हार वो खुलेआम करेगा।"
"कब तक वो मेरा होने से इंकार करता रहेगा,
एक दिन खुद ही टूट कर मुझसे प्यार करेगा,
प्यार की आग में इतना उसे भस्म कर देंगे,
कि सरे-बाज़ार इज़हार वो कर देगा।"
"कब तक वो मेरा होने से इंकार करेगा,
खुद टूट कर एक दिन मुझसे प्यार करेगा,
प्यार की आग में उसे इस कदर जलाएंगे,
कि सरे-बाज़ार इज़हार वो खुलकर करेगा।"
"कब तक वो मेरा होने से इंकार करता रहेगा,
एक दिन खुद ही टूट कर मुझसे प्यार करेगा,
प्यार की आग में उसे इतनी जलाएंगे,
कि सरे-बाज़ार इज़हार वो बेशर्म करेगा।"
"कब तक वो मेरा होने से इंकार करता रहेगा,
एक दिन खुद ही मुझसे प्यार करेगा,
प्यार की आग में उसे इस कदर तपाएंगे,
कि सरे-बाज़ार इज़हार वो बेहिचक करेगा।"
"कब तक वो मेरा होने से मुँह चुराएगा,
खुद टूट कर एक दिन मुझसे प्यार करेगा,
प्यार की आग में उसे इतना झुलसाएंगे,
कि सरे-बाज़ार इज़हार वो बेशक करेगा।"
"कब तक वो मेरा होने से इंकार करेगा,
खुद टूट कर एक दिन मुझसे प्यार करेगा,
प्यार की आग में इतना उसे जलाएंगे,
कि सरे-बाज़ार इज़हार वो सबके सामने करेगा।"
"कब तक वो मेरा होने से मुँह मोड़ेगा,
एक दिन खुद ही मुझसे प्यार करेगा,
प्यार की ज्वाला में उसे इस कदर तपाएंगे,
कि सरे-बाज़ार इज़हार वो चिल्ला कर करेगा।"