Patthar Shayari in Hindi || मेरी राह में पत्थर फेंकने वालों शुक्रिया

मेरी राह में पत्थर फेंकने वालों शुक्रिया, मुझे बनाने वाले तुम्ही तो हो

Patthar Shayari in Hindi || मेरी राह में पत्थर फेंकने वालों शुक्रिया,

"मेरी राह में पत्थर फेंकने वालों शुक्रिया
मुझे बनाने वाले तुम्ही तो हो"

Patthar Shayari in Hindi || मेरी राह में पत्थर फेंकने वालों शुक्रिया,


मेरे रास्ते में जो भी रोड़े बिछाए,
उनकी वजह से ही मैं और भी सवाधान हो पाया।
पत्थर फेंकने वालों का दिल से शुक्रिया,
तुम्हीं ने मेरे हौसले को और भी ऊँचा बनाया।

पत्थर फेंकने वालों का शुक्रिया,
तुम्हारे द्वारा ही मेरी राह आसान हुई।
हर चुनौती ने मुझे और मजबूत किया,
तुम्हीं ने मेरी शक्ति को साबित किया।

रास्ते में डाले गए हर पत्थर का धन्यवाद,
तुम्हारे कारण ही मैंने खुद को पहचाना।
चुनौतियों से ही तो हासिल हुआ ये हौसला,
तुम्हीं ने मेरे सपनों को सच करने में मदद की।

पत्थर फेंकने वालों, तुम्हारा आभार,
तुम्हारे ही कारण मैंने अपनी क्षमता पहचानी।
हर मुश्किल ने दी एक नई सीख,
तुम्हारे बिना ये सफर अधूरा होता।

मेरे रास्ते में जो बाधाएँ आईं,
उनसे ही मैंने खुद को परखा।
पत्थर फेंकने वालों का दिल से शुक्रिया,
तुम्हीं ने मेरे सफर को मायने दिए।

मेरे सफर को कठिन बनाने वालों का धन्यवाद,
तुम्हारी मुश्किलों ने मुझे और परिपक्व बनाया।
पत्थर फेंककर तुमने ही मेरा हौसला जगाया,
तुम्हारी वजह से ही मैंने खुद को समझा।

रास्ते में डाले गए हर कांटे का धन्यवाद,
तुम्हारी वजह से ही मेरी राह में पाई पहचान।
पत्थर फेंकने वालों, तुमने ही मेरी ताकत को पहचाना,
तुम्हारे बिना ये सफर पूरा न होता।

पत्थर फेंकने वालों का धन्यवाद,
तुम्हारे कारण ही मैंने खुद को आजमाया।
हर चुनौती ने बढ़ाया मेरा हौसला,
तुम्हारे बिना ये सफर इतना खास न होता।

मेरे रास्ते में खड़ी की गई हर मुश्किल,
उसने ही मेरी परख को बढ़ाया।
पत्थर फेंकने वालों का शुक्रिया,
तुम्हारी वजह से ही मैंने खुद को पहचाना।

Patthar Shayari in Hindi || मेरी राह में पत्थर फेंकने वालों शुक्रिया

पत्थर फेंकने वालों, तुम्हारा आभार,
तुम्हारी मुश्किलों ने मुझे और सशक्त बनाया।
हर चुनौती ने सिखाया जीने का तरीका,
तुम्हीं ने मेरे हौसले को नया रंग दिया।