कुछ लोगों की फितरत किराए के मकान के जैसी होती है कितना भी सजाओ अपने नही होते

 कुछ लोगों की फितरत किराए के मकान के जैसी होती है कितना भी सजाओ अपने नही होते

कुछ लोगों की फितरत किराए के मकान के जैसी होती है कितना भी सजाओ अपने नही होते

कुछ लोगों की फितरत किराए के 
मकान के जैसी होती है
 कितना भी सजाओ अपने नही होते