छोटी सी जिंदगी है किस किस को खुश करें साहब जलाते हैं चिराग तो अँधेरे बुरा मान जाते हैं
छोटी सी जिंदगी
में सबको खुश करना मुश्किल है
साहब जलाते हैं चिराग
फिर भी अंधेरे बुरा मान जाते हैं।
हर कोई खुद में ही खोया है
कोशिशें कितनी भी कर लो
सबको खुश करना आसान नहीं।
छोटी सी जिंदगी
में सबका दिल जीतना मुश्किल है
चिराग जलाते हैं
लेकिन अंधेरे को बुरा मानने की आदत है।
सिर्फ कोशिशें ही काफी नहीं
हर कोई खुद में ही उलझा रहता है।
छोटी सी जिंदगी है
सबको खुश नहीं कर सकते
चिराग जलाने की कोशिश में अंधेरा
बुरा मान जाता है।
अपनी राह में ही सुकून ढूंढना पड़ता है
हर कदम पर आलोचनाएँ सुननी पड़ती हैं।
छोटी सी जिंदगी में
सबको खुश करना आसान नहीं
चिराग जलाते हैं
फिर भी अंधेरे को बुरा मानना आदत है।
खुशियाँ बिखेरने की कोशिशें अनगिनत हैं
फिर भी हर दिल की उम्मीदें अलग होती हैं।
छोटी सी जिंदगी
में सबका दिल जीतना कठिन है
चिराग जलाते हैं
लेकिन अंधेरे की नाराजगी झेलनी पड़ती है।
हर कोई अपनी ही दुनिया में खोया है,
सभी को खुश करना एक सपना सा लगता है।
छोटी सी जिंदगी में
सबको खुश करना है नामुमकिन
चिराग जलाकर भी
अंधेरे को बुरा मानना होता है।
सभी की उम्मीदें अलग होती हैं
फिर भी हर प्रयास में सुकून ढूँढना होता है।
छोटी सी जिंदगी
में सबको खुश करना कठिन है
चिराग जलाने के
बावजूद अंधेरे की नाराजगी का
सामना करना पड़ता है।
हर किसी की उम्मीदें अलग हैं
सभी को खुश करने
का सपना अधूरा ही रहता है।
छोटी सी जिंदगी
में सबका दिल जीतना मुश्किल है
चिराग जलाने की कोशिश
में अंधेरे की नाराजगी झेलनी पड़ती है।
हर एक कदम पर कठिनाइयाँ आती हैं
फिर भी कोशिशें जारी रहती हैं।
छोटी सी जिंदगी में
सबको खुश करना एक चुनौती है
चिराग जलाते हैं
लेकिन अंधेरे की नाराजगी का सामना
करना पड़ता है।
खुशियाँ बिखेरने की कोशिशें कितनी भी हों
हर दिल की उम्मीदें अलग होती हैं।
छोटी सी जिंदगी में
सबको खुश करना एक कठिन काम है
चिराग जलाते हैं
फिर भी अंधेरे की नाराजगी का सामना करना पड़ता है।
सिर्फ अपनी राह पर ध्यान देना ही सबसे अच्छा है,
हर कोशिश के बावजूद सबको खुश करना मुश्किल है।