जो लोग दिल के करीब होते हैं अक्सर उनके शहर.. बहुत दूर होते हैं
जो लोग दिल के करीब होते हैं
अक्सर उनके शहर.. बहुत दूर होते हैं
जो दिल में बसते हैं, वो नज़र से दूर होते हैं,
क़िस्मत के नक़्शे भी कुछ अजीब से दस्तूर होते हैं।
पास होकर भी जो पास नहीं होते,
अक्सर वही लोग दिल के सबसे करीब होते हैं।
दिल ने जिन्हें चुना, शहर उनसे दूर निकले,
मोहब्बत के सफ़र भी कितने मजबूर निकले।
हर रोज़ यादों से मिलने जाते हैं हम,
जो लोग दिल में हैं, वो मीलों दूर होते हैं।
फासलों ने बढ़ा दी है क़ीमत रिश्तों की,
जो पास नहीं, वही सबसे ज़रूरी होते हैं।
शहर अलग, रास्ते अलग, मुक़द्दर भी अलग,
फिर भी कुछ लोग दिल से कभी जुदा नहीं होते।
वो दूर रहकर भी दिल की आवाज़ बन गए,
कुछ रिश्ते दूरी में ही और ख़ास बन गए।
दिल के क़रीब रहना शहरों का मोहताज नहीं,
कुछ लोग दूर होकर भी पास होते हैं कहीं।
मिलना कम है, मगर एहसास पूरा है,
दूरी के बावजूद रिश्ता अधूरा नहीं है।
शिकायत नहीं दूरी से, बस इतना सा ग़म है,
जो दिल के सबसे पास हैं, वही सबसे दूर हम हैं।
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