Hungry Status In Hindi | Bhukh Poem In Hindi | भूख पर कविता

 Hungry Status In Hindi | Bhukh Poem In Hindi | भूख पर कविता

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Hungry Status In Hindi

भूख है तो सब्र कर रोटी नहीं तो क्या हुआ
आजकल दिल्ली में है ज़ेर-ए-बहस ये मुदद्आ ।

मौत ने तो धर दबोचा एक चीते कि तरह
ज़िंदगी ने जब छुआ तो फ़ासला रखकर छुआ ।

गिड़गिड़ाने का यहां कोई असर होता नही
पेट भरकर गालियां दो, आह भरकर बददुआ ।

क्या वज़ह है प्यास ज्यादा तेज़ लगती है यहाँ
लोग कहते हैं कि पहले इस जगह पर था कुँआ ।

आप दस्ताने पहनकर छू रहे हैं आग को
आप के भी ख़ून का रंग हो गया है साँवला ।

इस अंगीठी तक गली से कुछ हवा आने तो दो
जब तलक खिलते नहीं ये कोयले देंगे धुँआ ।

दोस्त, अपने मुल्क कि किस्मत पे रंजीदा न हो
उनके हाथों में है पिंजरा, उनके पिंजरे में सुआ ।

इस शहर मे वो कोई बारात हो या वारदात
अब किसी भी बात पर खुलती नहीं हैं खिड़कियाँ ।
दुष्यंत कुमार

Hungry Status In Hindi | Bhukh Poem In Hindi | भूख पर कविता

एक आग्रह
गरीबों की सहायता करते वक़्त
उनका फोटो मत खींचो।
सहायता लेने वाले की
तो मजबूरी है! आपकी नहीं

Hungry Status In Hindi

भूख का कोई रूप 
कोई रंग नही होता
भूख भूख’ होती है साहब
भूख का कोई धर्म नही होता




मैं कई दफा चूल्हे के आगे से भूखा उठा हूं
ऐ रोटी अपना पता 
बता मुझे जहां तु बरबाद होती है

Hungry Status In Hindi


जब भूख थी  तब मिला नहीं अब भूख ही नहीं 
इस बात का कोई शिकवा नहीं कोई गिला नहीं
जब जिसकी चाहत थी तब वो मिला नहीं।
कैसा भगवान, कैसा खुदा, कैसी तेरी इबादत
जब तुझको कोई भूखा ही मिला नहीं।


Hungry Status In Hindi

जीवन का मोल तब जान लिया
जब भूख ने दौलत
 के बीच रोटी को पहचान लिया।


Bhukh Poem In Hindi 

मै पढ़ना चाहता था किताब
तो सरकार ने बत्तर सरकारी स्कूल दे दिया
करनी चाही थोडी मेहनत
तो बाल श्रम कहके रोक दिया
अब जब भूख से हार कर
एक रोटी क्या मांग ली
उन बगलो वाले साहब से
उन्होंने तो दूत्कार कर
इस भूखे पेट को ही झूठ कह दिया



भोली आंखें से भूक और प्यास टपक रही थी
नन्ही सि लौ उम्मीद रोटी की लगाए दमक रही थी
वहशी दुनिया ये कब की बुझ जाती
पर उस मासूम की आस में इतनी रोशनी थी
कि पूरी कायनात उसकी चेहरे में चमक रही थी

Hungry Status In Hindi


फेंक रहे जो तुम खाना क्योंकि
आज रोटी थोड़ी सूखी है ।
थोड़ी इज्ज़त से फेकना साहेब
मेरी बेटी कल से भूखी है ।


Hungry Status In Hindi


मेरे मौला दिल को उतार दे 
ख़ाली शिकम में
जब यह धड़केगा
मैं भूख को झिंझोड़ दूंगा


Hungry Status In Hindi


गर है तेरी इन हवाओं में दम
 तो इस आग को बुझा
जल रहा है मेरा पेट
 दवा से पहले रोटी मुहय्या करा 

Hungry Status In Hindi

आप जश्न के नशे में गिरे पड़े थे 
आज सवेर में ।
मैं कल रात भी रोटी ढूंढने निकला 
कचरे के ढेर में ।


Bhukh Poem In Hindi 

हाय रे गरीबी

सो रहे है घर के कोने
खामोश आज हर दीवार है ।
किसी के घर चूल्हा न जला कई रोज़ से
किसी के घर हर दिन त्योहार है ।
कोई सोचता आज भूख कैसे मिटेगी
तो किसी के घर छप्पन भोग तैयार है ।
कही बिलख रहे है भूख से बच्चे
कहीं सड़ रहा अनाज़ का भंडार है ।
जो तुझे चढ़ाता चढावे बेशुमार
तेरी रहमत उस पर निसार है
मुझे बता अब अये खुदा क्या तेरी
इबादत भी हिस्सा-ये-व्यापार है ।।

Hungry Status In Hindi | Bhukh Poem In Hindi | भूख पर कविता


देखा है मैंने कई आँखों में 
ख्वाब बसते हुए
पर आज किसी की आँखों को 
भूक में तड़पते देखा



भूख का रिश्ता सिर्फ़ रोटी से है
चमकती थालियाँ भूख नहीं मिटाती


Bhukh Poem In Hindi 

अब रातें तंग नहीं करती
तंग करती है तो
वो दिन के सवाल
रातों में अक्सर ही
बहला-फुसला कर सुला देती हूँ।
पर इस दिन के उजाले का करु
अभी तो यह भी कहते नहीं बनता की
अँधेरे में कहा से लाऊं कुछ खाने को
अभी सो जा कल की भोर अच्छी होगी।
अब इस से बुरा और क्या देख सकती हूँ मैं 
की ये भूखा-प्यासा बिलख रहा और मैं
निसहाय परी हूँ।


Hungry Status In Hindi


सड़को के चौराहों पर भूख दम घोंट रही है
अश्कों से सारा रास्ता पानी हो रहा।
खाली हाथ लौट रहा कोई मिन्नते कर
सेहर का मिजाज मेहमानी हो रहा।
आदमी तो आदमी से खौफ खाता रहा है
इंसान नहीं, खानाबदोश ईमान हो रहा।
मुबारक उन्हें ही ऐसे पत्थरों की नवाजिशें
गला सूख कर जला था अब बेजान हो रहा।

Hungry Status In Hindi


"भूख"
जिन्दगी की सबसे बड़ी सच्चाई
क्योंकि मरने के बाद भी लोग
खाना-खाने आते है

Hungry Status In Hindi

भूख पेट की होती तो बुझ जाती
यकीनन आग लकीरों में लगी है।


Hungry Status In Hindi

तूने जिन रोटियो को पेट भर जाने पर फेंका है
मैंने सड़कों पर उन 
रोटियो के लिए तड़पते बच्चों को देखा हैं


सूखे गले को प्यास से तर किया है
खाली पेट को भूख से भर लिया है
सुबह होते ही बच्चे,फिर मांगेगे रोटी
इसी डर से ग़रीब रात में मर लिया है।।


Hungry Status In Hindi


कतार बहुत लम्बी थी इस लिए
सुबह से रात हो गयी,
ये दो वक़्त की रोटी आज फिर
मेरा अधूरा ख्वाब हो गयी।


Bhukh Poem In Hindi 

भूख मिट ही नही सकती है
चाहे वो तन की हो
चाहे वो मन की हो
चाहे वो समाज की हो
चाहे वो आवाज की हो
चाहे वो नोट की हो
चाहे वो सोच की हो
चाहे वो प्यार की हो
चाहे वो मनुहार की हो
चाहे वो जीत की हो
चाहे वो प्रीत की हो

भूख तब मिट सकती है
जब आंखें बंद होने लगें
और धड़कन सांस खोने लगे
जब विपत्ति बढ़नें लगे
और इंसानियत दम तोड़ने लगे



Hungry Status In Hindi


रोटी की कीमत कम कर देना तुम
ताकी भूखा ना सो जाए कोई



भूख में अखबार खा गया 
कम से कम इसी बहाने 
अखबार में तो आ गया।


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