Love Shayari || Woh Rakh Le Kahin Apne Paas Humein Qaid Karke

 Love Shayari || Woh Rakh Le Kahin Apne Paas Humein Qaid Karke
Love Shayari || Woh Rakh Le Kahin Apne Paas Humein Qaid Karke

 Love Shayari || Woh Rakh Le Kahin Apne Paas Humein Qaid Karke


''Woh Rakh Le Kahin Apne Paas Humein Qaid Karke,
Kaash Ke Humse Koi Aisa Gunaah Ho Jaaye.''

 Love Shayari || Woh Rakh Le Kahin Apne Paas Humein Qaid Karke


''वो रख ले कहीं अपने पास हमें कैद करके
काश कि हमसे कोई ऐसा गुनाह हो जाये।''

"वो कहीं अपने पास हमें कैद कर ले,
काश कि हमसे ऐसा कोई गुनाह हो जाए।"

"वो हमें अपने पास कैद कर ले कहीं,
काश कि हमसे कोई ऐसा गुनाह हो जाए।"

"वो हमें अपने पास कैद कर ले,
काश कि ऐसा कोई गुनाह हो जाए, हमसे।"

"वो कहीं अपने पास हमें कैद कर ले,
काश कि हमसे कोई ऐसा गुनाह हो जाए, सरेआम।"

"वो हमें अपने पास कैद करके रख ले,
काश कि ऐसा कोई गुनाह हो जाए, दिल से।"

"वो हमें कैद कर ले अपने पास कहीं,
काश कि हमसे कोई ऐसा गुनाह हो जाए, सच्चा।"

"वो हमें कहीं अपने पास कैद कर ले,
काश कि हमसे कोई ऐसा गुनाह हो जाए, बेमिसाल।"

"वो हमें अपने पास कैद कर ले कहीं,
काश कि ऐसा कोई गुनाह हो जाए, खास।"

"वो हमें अपने पास कैद करके रखे,
काश कि हमसे ऐसा गुनाह हो जाए, दिल से।"

"वो कहीं अपने पास हमें कैद कर ले,
काश कि ऐसा कोई गुनाह हो जाए, दिल से सच्चा।"