Love Shayari || Meri Takmeel Mein Shamil Hain Kuchh Tere Hisse Bhi
Love Shayari || Meri Takmeel Mein Shamil Hain Kuchh Tere Hisse Bhi
मेरी तकमील में शामिल हैं कुछ तेरे हिस्से भी
हम अगर तुझसे न मिलते तो अधूरे रह जाते।
Love Shayari || Meri Takmeel Mein Shamil Hain Kuchh Tere Hisse Bhi
Meri Takmeel Mein Shamil Hain Kuchh Tere Hisse Bhi
Hum Agar Tujhse Na Milte Toh Adhoore Rah Jate.
"तुमसे मिलकर ज़िंदगी का मकसद मिल गया
वरना इस दिल को भटकने का बहाना मिल गया।"
"तेरी मोहब्बत से मेरा वजूद है
वरना मैं तो कभी का खो चुका होता।"
"तेरे बिना अधूरा सा लगता है ये दिल
तेरे बिना जैसे वीरान सा लगता है ये दिल।"
"हमारी अधूरी मोहब्बत को मुकम्मल कर दे
तेरे बिना अब कोई ख्वाब पूरा नहीं होता।"
"तेरे बिना जीने का कोई मकसद नहीं
तू जो नहीं तो कुछ भी हासिल नहीं।"
"मेरी जिंदगी का हर हिस्सा तू है
मेरे हर सवाल का जवाब तू है।"
"तू जो मेरे साथ हो, तो मैं खुद को मुकम्मल समझूं
तेरे बिना मैं अधूरा सा हूं।"
"तू है तो सब कुछ है, तू नहीं तो कुछ भी नहीं
तेरे बिना मैं अधूरा सा हूं।"
"मेरे अधूरे ख्वाबों को तूने पूरा कर दिया
तेरी मोहब्बत ने मुझे मुकम्मल कर दिया।"
"तेरे बिना ये जिंदगी अधूरी सी लगती है
तू जो मिल जाए तो हर कमी पूरी सी लगती है।"