Love Shayari In Hindi For Girlfriend
Love Shayari In Hindi For Girlfriend
"किस हद तक जाना है ये कौन जानता है
किस मंजिल को पाना है ये कौन जानता है
दोस्ती के दो पल जी भर के जी लो
किस रोज़ बिछड जाना है ये कौन जानता है"
Love Shayari In Hindi For Girlfriend
Kis Had Tak Jana Hai Yeh Kaun Janta Hai
Kis Manzil Ko Pana Hai Yeh Kaun Janta Hai
Dosti Ke Do Pal Jee Bhar Ke Jee Lo
Kis Roz Bichhad Jana Hai Yeh Kaun Janta Hai
"कहाँ तक जाना है ये किसे पता है
मंजिल किसे मिलेगी ये किसे मालूम है।
दोस्ती के हर पल को जी भर के जी लो
बिछड़ने का वक्त किसे पता है।"
"कहाँ तक पहुँचना है ये कोई नहीं जानता
मंजिल कौन सी होगी ये भी नसीब पर है।
दोस्ती के हर लम्हे को जी लो
कब बिछड़ना पड़े ये कौन जानता है।"
"किस हद तक जाना है ये किसी को नहीं मालूम
मंजिल क्या होगी ये भी अंदाजा नहीं।
दोस्ती के पल जी भर के जी लो
बिछड़ने का दिन कब आए ये नहीं जानता कोई।"
"कहाँ तक यात्रा करनी है ये कौन जानता है
मंजिल पाना है ये किसे पता है।
दोस्ती के हर क्षण को पूरी तरह जी लो
बिछड़ने का दिन कब आएगा ये कौन कह सकता है।"
"किस हद तक जाना है ये कौन जानता है
मंजिल क्या होगी ये किसे पता है।
दोस्ती के पल को जी भर के जी लो
बिछड़ने का वक्त कौन जानता है।"
"कहाँ तक पहुँचेंगे ये कोई नहीं जानता
मंजिल तक कैसे पहुँचेंगे ये भी अनिश्चित है।
दोस्ती के लम्हे जी भर के जी लो
बिछड़ने का दिन कब आए ये कोई नहीं जानता।"
"किस हद तक जाना है ये नहीं पता
मंजिल का पता भी किसी को नहीं।
दोस्ती के पल को पूरी तरह जी लो
बिछड़ने का दिन कौन जानता है।"
"कहाँ तक हम जाएंगे ये कोई नहीं जानता
मंजिल किसे मिलेगी ये भी असमंजस है।
दोस्ती के पल को जी भर के जी लो
बिछड़ने का वक्त कोई नहीं जानता।"
"किस हद तक चलना है ये कौन जाने
मंजिल पाना है ये किसे पता है।
दोस्ती के पल को जी भर के जी लो
बिछड़ने का दिन कौन जानता है।"
"कहाँ तक जाना है ये कोई नहीं जानता
मंजिल किसे मिलेगी ये भी अनिश्चित है।
दोस्ती के हर पल को जी भर के जी लो
बिछड़ने का समय कौन जानता है।"