Garima Quotes In Hindi || गरिमा कोट्स हिंदी में
"सचमुच में जब प्रेम होता है
प्रेम में एक गरिमा होती है
गरिमा में जब प्रेम होता है
प्रेम को प्रेम पर गर्व होता है"
Garima Quotes In Hindi
"मैं हूं अपनी गरिमा में
लेकिन क्या तुम हो"
Garima Quotes In Hindi
सुनो मैं हूँ
आ जाओ यहाँ शब्दों को
जोड़ कर बातें करनी हैं,
सुन रहे हो
यहाँ बस मैं ही हूँ ,
और अब ये मेरे शब्द
मेरी आवाज़
बनके तुम्हें छुवा करेंगे ।
"गरिमा"
Garima Quotes In Hindi
"रह गई जो गरिमा में
वही लकीर हूं मैं"
Garima Quotes In Hindi
"लिफाफों की भी अपनी
गरिमा रही
एक बार जो पता लिख दिया
उन्हीं के होके रह गए
और जो दरवाज़ा न खुला
तो वपास लौट आये
ख़त महफूज़ लिए,उसी रंग में
उसी खुशबू संग"
Garima Quotes In Hindi
Garima Quotes In Hindi || गरिमा कोट्स हिंदी में
"जब जब कलम मेरी कुछ ऐसा
लिख जाती है
सुन कर जिसकी वेदना ये रैयत
शोर मचाती है
शब्दों की ये गरिमा जब मन को
सबके भाती है
माँ हिन्दी के प्रति मेरी श्रद्धा कई
गुना बढ़ जाती है"
गरिमा कोट्स हिंदी में
"इस समाज मे रहकर
रिश्तों की गरिमा बनाये
रखने के लिए
हमे बोलना पड़ता है
प्रेम में लड़ना भी पड़ता है
और बहुत कुछ करना पड़ता है
एक ये भी आनंद का मार्ग है"
गरिमा कोट्स हिंदी में
"सजा ना देना सच बोलने की कभी
हर सच की अपनीं एक गरिमा है"
गरिमा कोट्स हिंदी में
लगता है आज किसी ने
तुम्हे रुलाया है
वरना यू बेमौसम बरसात
नही होती है।
Garima Status In Hindi
Garima Quotes In Hindi || गरिमा कोट्स हिंदी में
जैसे एक पुरुष के
सफलता और सुख के पिछे
एक स्त्री का हाथ होता है
वैसे ही एक स्त्री के
गरिमा और प्रतिभा के
निखर के पिछे
एक पुरुष का हाथ होता है
Garima Status In Hindi
एक स्त्री के सम्मान की
उसके अस्तित्व की
उसकी गरिमा की
क्या मोल है इन सब का
हमारे समाज में
कुछ नही,,कुछ भी तो नहीं
समय नया हो या पुराना
होगा वही जो पुरुष चाहेगा
आँसू, दर्द,दुख,तकलीफ
धोखा,फ़रेब, झूठ, विश्वासघात
यही आएगा एक स्त्री के दामन में
साल दर साल बदलता जाएगा
बस नही बदलेगा
तो स्त्री को छलने का चलन।"
Garima Status In Hindi
"जब बात उसकी इज्जत ओर
गरिमा की आती है
तब तब मेरी कलम कुछ न कुछ
ऐसा लिख जाती है
उसकी सादगी कुछ ऐसी है की
क्या क्या बताऊँ में
चाँद की चाँदनी भी उसकी
गरिमा के सामने फिकी
पड़ जाती है"
Garima Status In Hindi
Garima Quotes In Hindi || गरिमा कोट्स हिंदी में
"अजीब दुनिया है गरिमा
कि सामने मीठा बोलते है
और पीठ पीछे जहर।"
Garima Status In Hindi
"हमें उल्फ़त और
उनको शिकायत बहुत है
ख़ता दोनों की है
कोई बात नहीं"
Garima Status In Hindi
अपनी नज़र से हृदय तक में बना
अक्स दिखाना चाहता हूँ,
पर कैसे इस कंचन
काया की गरिमा रख सकूँगा
Garima Shayari In Hindi
'शब्दों' और 'विचारों' की भी
अपनी अर्थपूर्ण 'गरिमा' होती है
Garima Shayari In Hindi
पद की कुर्सी पर तो बैठे है
पर पद का मान-सम्मान नहीं है
पद की गरिमा तभी होती है
जब पद की जिम्मेदारियां
निष्ठा से निभाई जाती हैं
वरना ये पद कुर्सियाँ ख़ाली ही रहती हैं।
Garima Shayari In Hindi
हया का दामन ही
गरिमा की ढाल होता हैं
मोहब्बत का मतलब ये नहीं
की हम बेपर्दा हो जाए
Garima Shayari In Hindi
भावनाएं उतनी ही
प्रदर्शित करें
जो आपकी गरिमा को
प्रभावित न करें
Garima Shayari In Hindi
गरिमा गुरु की अनंत है
गुणों का भंडार
जन जन के है देवता
मम जीवन आधार
Garima Shayari In Hindi
'हार को' गरिमा
से स्वीकार कर लिया तो
जीत संभव है।
Garima Shayari In Hindi
"अक्षय"
का हिंदी अर्थ सोचा
तो पाया
जिसको कोई मिटा न सके
सोचो फिर
उस इंसान की
"गरिमा"
कैसी होगी
Garima Shayari In Hindi
कहां शुरु कहां ख़त्म होती है बातें
'गरिमा' बनाये नहीं रहती
'अस्मिता' बचाये नहीं रहती
फ़िर वहीं बानगी हैं फ़ितरत हैं यहां
किसीको,किसीसे,किसीके लिए अधूरी ही रह
जाती है तो बस बातें,बातें औऱ बातें
नही मिलता हैं गुल'ए'गुलज़ार वह हैं सुकू
Garima Shayari In Hindi
"भाव की भावुकता पर जरा-सा
अंकुश लगाना
कहीं तुम्हारी गरिमा
शर्मिंदा ना हो जाए कहीं"
Garima Shayari In Hindi
"न पद की गरिमा न कर्तव्यों का उन्हें कोई ध्यान है।
बड़ा ही गैरजिम्मेदार आज का सियासतदान है।
दुश्मन ए अमन को देकर के अपना पुरजोर सहारा
अपने हाथों पहुंचाता अपने देश को नुकसान है।"
Garima Shayari In Hindi
"अप्रतिम सौन्दर्य की प्रतिमा हो जैसे।
अटल और अक्षुण्ण गरिमा हो जैसे।।
अदभुत भावों की प्राकट्य क्षमता हो।
मेरे मुस्कानें की तुम वज़ा हो जैसे"
Garima Shayari In Hindi
"गरिमा"
गगन भी तू, और उसका सुभग भी तू
नीड़ भी तू, और उसका विहग भी तू
प्रीत तेरी है अमिट
पुञ्ज तेरा ,नीड़ में मेरे निहित
गंध और स्पर्श से आवृत मन
सिक्त तेरी आत्मा से रूप तन
मौन प्रातः पुष्पमाला
पश्चिमी सागर से नित भर
कर कमल से नित्य प्रात
अवनि का अभिषेक करतीं
किन्तु नभ फैला जहाँ, नित आत्मा के संचरण को
ज्योत्स्ना फैली वहाँ, निष्पङ्ग श्वेत अटूट प्रण को
लोक इतना शान्त वह,कि शब्द की छाया गयी न
रात-दिन का क्रम न चलता,वर्ष की रेखा खिंची न
Garima Shayari In Hindi
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