Love Shayari || Iss Lafz-e-Mohabbat Ka Itna Sa Fasaana Hai
Love Shayari || Iss Lafz-e-Mohabbat Ka Itna Sa Fasaana Hai
इस लफ्ज-ए-मोहब्बत का इतना
सा फसाना है
सिमटे तो दिल-ए-आशिक बिखरे
तो जमाना है।
Love Shayari || Iss Lafz-e-Mohabbat Ka Itna Sa Fasaana Hai
Iss Lafz-e-Mohabbat Ka Itna Sa Fasaana Hai
Simte To Dil-e-Aashiq Bikhre To Zamana Hai
"इस लफ्ज़-ए-मोहब्बत का
इतना सा फसाना है,
सिमटे तो दिल-ए-आशिक
बिखरे तो जमाना है।"
"मोहब्बत का ये छोटा सा किस्सा
भी अद्भुत है,
दिल सिमटे तो कहानी,
बिखरे तो बवाल मच जाए।"
"मोहब्बत की कहानियों का
हर हिस्सा खास है,
सिमटे तो दिल-ए-आशिक और
बिखरे तो हर कोई देखे।"
"लफ्ज़-ए-मोहब्बत की छोटी
सी दास्तान है,
सिमटे तो दिल संजोए और बिखरे
तो सारा जहाँ देखें।"
"इस मोहब्बत का सफर भी अजीब है,
सिमटे तो दिल के दिलाशा,
बिखरे तो दुनियावी हालात।"
"लफ्ज़-ए-मोहब्बत का ये
मामूली फसाना है,
सिमटे तो दिल का आलम,
बिखरे तो सबका नज़रिया है।"
"मोहब्बत की कहानियों का ये
छोटा सा किस्सा है,
सिमटे तो दिल को सुकून,
बिखरे तो सबको खबर हो जाए।"
"मोहब्बत का ये सिलसिला भी अनोखा है,
सिमटे तो दिल-ए-आशिक का हाल,
बिखरे तो दुनिया का दंगल।"
"इस लफ्ज़-ए-मोहब्बत का
ये सादा फसाना है,
सिमटे तो दिल की बात,
बिखरे तो सबकी चर्चा बन जाए।"
"मोहब्बत की इस छोटी सी दास्तान
में बारीकियाँ हैं,
सिमटे तो दिल के अहसास,
बिखरे तो हर दिल की आवाज़।"