Pyush Mishra Quotes in Hindi || पियूष मिश्रा के अनमोल विचार

 Pyush Mishra Quotes in Hindi || पियूष मिश्रा के अनमोल विचार



Pyush Mishra Quotes in Hindi || पियूष मिश्रा के अनमोल विचार

इंसान खुद की नजर में सही होना चाहिए,
 दुनिया तो भगवान से भी दुखी है।

अगर बेवफाओं के सिर पर सींग होते, 
तो मेरी वाली आज बारहसींघा होती।
कुर्सी है जनाजा तो नहीं।
 कुछ कर नहीं सकते तो उठ क्यों नहीं जाते?

कभी-कभी ऊपर वाला भी सोचता होगा, 
इतना तो मैं भी कभी नहीं लड़ा था 
जितना ये साले मेरे नाम पर लड़ रहे हैं।

रातों को चलती रहती हैं मोबाइल पे उंगलियां, 
सीने पे किताब रख के सोए काफी अरसा हो गया। 

एक छोटी सी गुजारिश है बंधु, 
अपने लेफ्ट और राईट के चक्कर में 
बस अपने देश को ना भूल जाना।

आज मैंने फिर जज्बात भेजे, 
आज तुमने फिर अल्फाज ही समझे।

कैसे करें हम खुद को तेरे प्यार के काबिल
जब हम आदतें बदलते हैं तुम शर्ते बदल देते हो।

Pyush Mishra Quotes in Hindi || पियूष मिश्रा के अनमोल विचार

मैं तुमसे अब कुछ नहीं मांगता ए खुदा। 
तेरी देकर छीन लेने की आदत मुझे मंजूर नहीं।

इंसान सिर्फ दो नस्ल के होते हैं। 
एक होते हैं हरामी और एक बेवकूफ। 
और सारा खेल इन दोनों का है।

सूकून मिलता है दो लफ्ज कागज पर उतार कर
चीख भी लेता हूं और आवाज भी नहीं होती।

दायरा हर बार बनाता हूं जिंदगी के लिए
लकीरें वहीं रहती हैं मैं खिसक जाता हूं।

वो काम भला क्या काम हुआ जिसमें साला दिल रो जाए
और वो इश्क भला क्या इश्क हुआ जो आसानी से हो जाए

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