संभाल कर रखी गयी चीज और ध्यान से सुनी हुई बात कभी न कभी काम आ ही जाती है।

संभाल कर रखी गयी चीज और ध्यान से सुनी हुई बात कभी न कभी काम आ ही जाती है।

संभाल कर रखी गयी चीज और ध्यान से सुनी हुई बात कभी न कभी काम आ ही जाती है।

संभाल कर रखी गयी चीज और ध्यान से सुनी हुई
 बात कभी न कभी काम आ ही जाती है।