आप इंसान का असली रंग तब देखते है, जब आप उनके किसी काम के नही रहते।

आप इंसान का असली रंग तब देखते है, जब आप उनके किसी काम के नही रहते।

आप इंसान का असली रंग तब देखते है, जब आप उनके किसी काम के नही रहते।


"आप इंसान का असली 
रंग तब देखते है
 जब आप उनके किसी काम
 के नही रहते।"